खामोशी का राज - पार्ट 2

खामोश का राज– पार्ट 2अर्शा ने धीरे-धीरे वह पुरानी, धूल भरी डायरी खोली। उसकी उंगलियां कांप रही थीं, जैसे किसी गहरे रहस्य को छूने का एहसास हो। वह पन्ने पलटते गई, जहां दादी की लिखी हुई बातें उसे एक अजीब सी दुनिया में ले जा रही थीं — एक ऐसी दुनिया जहाँ हर खुशियों के पीछे छुपा था कोई दर्द, हर मुस्कान के पीछे कोई छुपा हुआ राज।"यह राज… इतनी गहराई से क्यों छुपाया गया?" अर्शा ने खुद से सवाल किया।डायरी में दादी ने लिखा था कि उनके परिवार में एक समय ऐसा था, जब रिश्ते टकराए थे, विश्वास टूटे