चैप्टर 1 – सुनहरे महल की कैदसाल 1745, राजस्थान के मरुस्थल के बीच बसा अमरगढ़ रियासत।सूरज की सुनहरी किरणें महल की ऊँची-ऊँची बुर्जियों पर ऐसे गिरतीं जैसे सोना पिघलकर दीवारों पर बह रहा हो। बाहर से देखने पर ये महल किसी सपनों के किले जैसा लगता था, लेकिन इसके भीतर रहने वालों के लिए ये एक ऐसी कैद थी, जिसमें सांस तो ली जा सकती थी, पर उड़ान नहीं भरी जा सकती थी।महल की सबसे ऊँची खिड़की में खड़ी थी — राजकुमारी आन्या।सिर्फ उन्नीस साल की, लेकिन उसकी आँखों में उम्र से कहीं ज़्यादा कहानियाँ छुपी थीं। बचपन से ही