---️ भाग 1: बारिश की वापसीतीन दिन बाद फिर बारिश आई थी। जान्हवी अपनी खिड़की से बाहर देख रही थी — वही पुरानी सड़क, वही भीगी हवा… लेकिन इस बार विराज नहीं था।उसने अपनी स्केचबुक खोली — और एक अधूरी तस्वीर देखी।> “मैंने उसका चेहरा बनाया… लेकिन मुस्कान नहीं। > क्योंकि मुझे नहीं पता कि वो मेरे लिए मुस्कराता है या खुद के लिए।”वो तस्वीर को पूरा करने की कोशिश करती है — लेकिन ब्रश रुक जाता है।--- भाग 2: विराज की चुप्पीविराज अपने कमरे में बैठा है — कैमरा बंद, लाइट्स बंद, लेकिन दिल खुला हुआ।वो जान्हवी को मैसेज लिखता