पार्ट 8पिछले भाग में आपने पढ़ा:> अवनि ने माँ से सवाल किया — "क्या मेरा कोई और भाई भी था?"माँ का चेहरा ज़मीन में गड़ गया… और वो बस यही बोली, "हां था… लेकिन वो अब नहीं है।"फिर उसने कहा, "तेरे पापा ने उसे मार डाला… और… मैंने सब छुपाया।"---अब आगे…अवनि जैसे ही तहखाने में उतरी, एक सड़ी-गली गंध ने उसका दम घोंटना शुरू कर दिया। दीवारों पर मकड़ियों के जाले थे, लेकिन बीच में रखी वो लोहे की संदूक… जैसे उसकी ओर बुला रही हो।उसने कांपते हाथों से संदूक खोली।उसमें एक पुरानी डायरी थी। पहले पन्ने पर लिखा था:>