ग्रामीण छवि और शहरी सिबू की प्रेम कहानीयह कहानी एक छोटे से गाँव की मासूम लड़की, राधा, और शहर से पढ़ाई करके लौटे सिबू की है। यह प्रेम, आकर्षण, और सामाजिक बंधनों के बीच की जटिलताओं की कहानी है, जो ग्रामीण जीवन की सादगी और शहरी जीवन की चमक के बीच टकराव को दर्शाती है।प्रस्तावना: गाँव की राधाराधा, एक 20 वर्षीय लड़की, गंगा किनारे बसे एक छोटे से गाँव, सूरजपुर में रहती थी। उसका जीवन सादगी से भरा था। सुबह-सवेरे वह खेतों में काम करती, गायों को चारा देती, और दोपहर में अपनी छोटी बहन के साथ गंगा के किनारे