बाढ़ आदि पर क्या करतें हैं नेता लोग

एक विस्तृत लेख प्रस्तुत है जो बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं पर नेताओं, मुख्यमंत्री और अधिकारियों की प्रतिक्रियाओं की गहराई से पड़ताल करता है। यह लेख एक सामाजिक टिप्पणी है, जिसमें कटाक्ष, तथ्य और भावनात्मक दृष्टिकोण का समावेश है। बाढ़, भूस्खलन और सियासी तमाशा: आपदा में अवसर या अवसर में आपदा?हर साल जब मानसून दस्तक देता है, तो देश के कई हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन की त्रासदी दोहराई जाती है। गाँव डूब जाते हैं, सड़कें बह जाती हैं, और पहाड़ दरकते हैं। लेकिन जितनी तेज़ी से प्रकृति अपना कहर बरसाती है, उतनी ही तेज़ी से शुरू हो जाता है