इम्तेहान-ए-इश्क़ या यूपीएससी - भाग 11

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एक साथ, एक सेवा - फर्ज़ और फैमिली के बीच संतुलन("सच्चा प्यार वही है, जो जिम्मेदारियों के बीच भी सॉस ले सके... और जब एक ड्यूटी वर्दी पहन ले, तब दूसरी उसके थके हुए लबों पर मुस्कान बन जाए।")अब वो पल आ गया था, जब दो प्रेमी, दो अफसर बनकर देश की सेवा में जुट चुके थे- एक IAS, एक IPS -दोनों ही अपने-अपने कर्तव्यों के बोझ तले थे... लेकिन अब इम्तिहान इस बात का नहीं कि मोहब्बत टिकेगी या नहीं- बल्कि इस बात का था कि वो एक-दूसरे में खोए बिना, अपने फर्ज में कैसे खुद को बनाए रखेंगे।शादी