संभोग से समाधि

  • 1

प्रस्तावना: हर क्षण एक मोड़ हैहमारा जीवन लगातार चुनावों का सिलसिला है —क्या खाना, किससे प्रेम करना, किससे दूरी बनाना, कौन सा जीवन मार्ग चुनना —हर क्षण हम क्रॉसरोड्स पर खड़े होते हैं। पर क्या ये चुनाव सच में हमारे अपने हैं? या सिर्फ समाज, धर्म, संस्कृति, भय और अपेक्षाओं से बने ढांचे हैं? "जो निर्णय स्वयं से नहीं आता, वह निर्देश है, आज़ादी नहीं।" चुनाव कैसे बन जाते हैं राजनीति?राजनीति का अर्थ है — बाहरी सत्ता।जहाँ निर्णय किसी लक्ष्य, प्रभाव, छवि या लाभ के लिए लिए जाते हैं। हम अपने भीतर भी राजनीति पैदा कर लेते हैं: अच्छा