दोपहर 3 बजे, कॉलेज कैफेटेरियाआरव एक कोने की टेबल पर बैठा था, हाथ में कॉफ़ी का कप, लेकिन नज़रे दरवाज़े की तरफ टिकी हुईं। वो जानता था कि आज सान्या उससे मिलने आने वाली है... लेकिन वो कैसे बात शुरू करेगा?"अगर उसने हमेशा के लिए रिश्ता तोड़ लिया तो?"ये सवाल आरव के ज़हन में बिजली की तरह कौंधा।तभी...सान्या धीरे-धीरे कैफेटेरिया में दाख़िल हुई। चेहरे पर वो सादगी, लेकिन आँखों में उदासी की झलक।वो चुपचाप सामने आकर बैठ गई। कुछ पल दोनों बिना बोले बैठे रहे। फिर सान्या ने बात शुरू की:"तुमने मुझसे रागिनी के बारे में क्यों नहीं बताया?"आरव ने