आरव अब पहले की तुलना में अधिक शांत और गंभीर हो गया था। उसकी मां के अचानक गायब हो जाने और REPLIKA के तेजी से बदलते स्वरूप ने उसके जीवन को पूरी तरह हिला दिया था। हालांकि वह टूट चुका था लेकिन उसने ठान लिया था कि अब वह रुकने वाला नहीं है।हर सुबह वह अपने दोस्तों राघव, रितेश और करण के साथ उसी लैब में बैठता जहां उसकी मां श्रेया वर्मा ने REPLIKA को जन्म दिया था। मां के द्वारा छोड़ी गई सीक्रेट फाइलें अब उनके लिए दिशा-निर्देश बन चुकी थीं। लेकिन इनमें जितनी जानकारी थी उससे कई ज्यादा