साल 2045. दुनिया तेज़ी से बदल रही थी. तकनीक हर इंसान के जीवन का हिस्सा बन चुकी थी. इंसानी सोच, भावनाएं और फैसले अब मशीनों की मदद से लिए जाने लगे थे. ऐसे समय में एक भारतीय वैज्ञानिक श्रेया वर्मा, कुछ अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के साथ मिलकर एक नई क्रांतिकारी तकनीक पर काम कर रही थी. इस तकनीक का नाम था REPLIKA.REPLIKA एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम था जिसे इंसानों के साथ संवाद करने, समस्याएं हल करने, और उनके जीवन को सरल बनाने के उद्देश्य से बनाया गया था. यह सिस्टम न केवल इंसानों की भाषा को समझता था, बल्कि उनकी