Vampire Pyar Ki Dahshat - Part 2

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दीवान के जंगल की उस शापित गुफा में अब हर रात खून की प्यास भड़कती थी। अग्निवेश, जो अब एक आम इंसान नहीं रहा था, अपने भीतर के उस राक्षसी पिशाच को नियंत्रण में रखने का अभिनय करता, पर भीतर से वह अब केवल एक चीज़ के लिए जीवित था – लहू।पर उसे मालूम था कि अगला शिकार किसी जानवर का नहीं होगा… अब समय था इंसानी लहू का… और वो भी एक युवा, सुंदर लड़की का।गांव में एक लड़की थी "जया"।उम्र 18 साल, नाम के जैसे ही जीवन से भरी हुई। उसके लंबे काले बाल, चमकती आँखें और मासूम