....Note to my Parahearts (my readers) "आज कुछ बहुत अपना सा शेयर कर रही हूँ… खुद से जुड़ा, दिल से निकला।" शायद आप सब मुझे मेरी कहानियों, कल्पनाओं, किरदारों के ज़रिए जानते हो... लेकिन आज, जो लिख रही हूँ — वो एक छोटी सी याद है मेरी ज़िंदगी की। एक ऐसा अहसास, जिसे मैंने कभी समझा नहीं, बस वक़्त के साथ महसूस किया। सच कहूँ, थोड़ी नर्वस हूँ। क्योंकि यह कोई काल्पनिक कहानी नहीं, बल्कि मैं हूँ — मेरी मासूम सोच, बचपन की झलक, और वो अनकहा सा जुड़ाव। मैं नहीं जानती कि आप क्या सोचोगे,