रात के तीसरे पहर का समय था। चंद्रमा बादलों की ओट में छुपा था, और पूरा गांव किसी अज्ञात डर की सिहरन में सिमटा पड़ा था। हवा में एक अजीब सी घुटन थी मानो किसी ने अभी-अभी खून बहाया हो। दीवान के जंगल से रात में चीखों की गूंज सुनाई देती, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं होती थी वहाँ झाँकने की। कहते हैं वहाँ एक पिशाच है, जो जवान लड़कियों के खून से अपनी जवानी अमर बनाए बैठा है। पर सबसे डरावनी बात ये थी कि वो पिशाच... उसी गांव में रहता था... और कोई नहीं जानता था कि वो