रिद्धान ने कबीर को कॉल किया और बोला:"मेरी लोकेशन ट्रेस करो और रेस्क्यू टीम के साथ चॉपर भेजो..."कुछ घंटों में वहाँ रेस्क्यू टीम चॉपर के साथ पहुँची और प्रकृति को लेकर रिद्धान अस्पताल पहुँचा। तेज़ भागते स्ट्रेचर के साथ डॉक्टर्स उसे इमरजेंसी रूम में ले गए।कुछ समय बाद डॉक्टर बाहर आए और बोले:"सब ठीक है, बस मामूली चोटें हैं और सदमे की वजह से बेहोश हैं..."रिद्धान की जान में जान आई। उसकी आंखों में थकी हुई राहत थी।वो मेडिकल काउंटर पर दवाइयां लेने गया। वहीं उसकी नज़र डॉक्टर मित्तल पर पड़ी – वही डॉक्टर जो रिद्धि का इलाज कर रहे