महाशक्ति – एपिसोड 50 (फिनाले)"पुनर्जन्म और नई महाशक्ति की जागृति"---️ प्रस्तावना – जब वर्षों बाद फिर कोई हवा कुछ कहती है…साल बीत गए।अर्जुन, अनाया, ओजस और शल्या अबकिंवदंती बन चुके थे।लोगों ने उनके नाम परगीत लिखे, कहानियाँ बुनी,और बच्चों को उनकी तरह बनने के लिए प्रेरित किया।लेकिन जैसा वादा था…वो लौटने वाले थे।--- गाँव ‘शिवनाथ’ – जहाँ चार बीज फिर उगेशिवनाथ, एक छोटा-सा गाँव —जहाँ लोग साधारण थे,लेकिन मन में असाधारण संवेदनाएँ बसती थीं।वहीं एक ही वर्ष में,चार अलग-अलग परिवारों मेंचार बच्चे जन्मे:1. आरुष – जन्म लेते ही उसकी आँखें युद्ध की तेज़ी लिए थीं2. नैरा – जिसकी छुअन