सूरज आज कुछ ज्यादा ही चमक रहा था, जैसे उसने इंस्टाग्राम फिल्टर चुरा लिया हो। स्कूल के गलियारे छुट्टियों के बाद की चटपटी गपशप से गूंज रहे थे। और हमारी खुशी? वो तो अपनी दुनिया की सुपरस्टार थी—शांत, किताबों में खोई, हमेशा क्लास की आखिरी पंक्ति में, एक जंगल जैसे पौधे के पीछे छिपकर बैठने वाली। उसका मिशन? बिना किसी की नजरों में आए, बिना बकबक किए दिन निकालना। बस, थोड़ी-सी शांति, भगवान जी, प्लीज!लेकिन तभी—धड़ाम!घंटी बजी, जैसे कोई भूतनी ने तीन कॉफी पीकर माइक पकड़ लिया हो। नया सेमेस्टर शुरू। क्लास में हंसी-मजाक और अफवाहों का तूफान।“नया टीचर आया