आलेख ** आलेख ** **शीर्षक:** **तेज से जीव तक — पंचतत्त्व, त्रिगुण और जीवात्मा की पूर्ण चेतन यात्रा** लेखक: *अज्ञात अज्ञानी* ## भूमिका > *"जो देखा नहीं गया, वही सबसे मौलिक है। जो अनुभव में आ ता है, वही तेज है — और जब वही तेज शरीर में सजीव हो जाए, तो वह जीव कहलाता है।"* — *अज्ञात अज्ञानी* यह आलेख एक गहरी दार्शनिक और विज्ञान-सम्मत यात्रा का दस्तावेज़ है — उस चेतना की जो तेज के रूप में निहित है, त्रिगुण के रूप में व्यक्त होती है, पंचतत्त्व में आकार लेती