आशीर्वाद अनाथालय रमा जी ने उस कमरे के अंदर आकर लाइट ऑन करके पावनी को देखा। पावनी शांति जी के बेड के एकदम कोने से लगकर सिर झुकाए बैठी थी। उसकी आँखों में गहरी उदासी थी, लेकिन उसकी आँखों में अभी भी आंसू नहीं थे। रमा जी आगे जाकर ड्रॉर से कुछ लेकर आई फिर उसके पास बैठ गईं और उसकी ओर प्यार से देखा। "पानू, क्या तुम मुझसे कुछ कहना चाहती हो?" रमा जी ने धीरे से कहा। पावनी ने सिर उठाया, उसकी आँखें शांति जी के बिना खोई हुई सी लग रही थीं। वो धीरे से बोली- "काकी, मुझे कुछ समझ में नहीं