त्रिकाल - रहस्य की अंतिम शिला - 3

पूर्व कथा:आर्यन एक असाधारण लेकिन दिशाहीन युवा है जिसे प्रोफेसर ईशान वर्मा द्वारा चुना गया है एक गुप्त प्रयोग का हिस्सा बनने के लिए। वेदिका, रहस्यमयी और ज्ञान में पारंगत युवती, आर्यन की गाइड बनती है। पहले दो अध्यायों में, आर्यन ने 'ध्वनि ज्योति' नामक मंत्र प्रणाली से परिचय प्राप्त किया और त्रैलोक्य विज्ञान के पहले द्वार की झलक देखी।कथा प्रारंभ:आर्यन की आंखें अभी भी बंद थीं, लेकिन उसका मन त्रिकाल के कंपन से भर चुका था। वह अब सिर्फ शरीर नहीं था — वह एक स्पंदन था, एक ऊर्जा जो समय और स्थान की सीमा को छू रही थी।प्रोफेसर