हुक्म और हसरत - 5

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हुक्म और हसरत     सिया+अर्जुन=अर्सिया   #ArSia     अध्याय 5 – “रंग और रहस्य”   उस हादसे को हुए एक हफ्ता हो गया था,और अर्जुन को आए हुए 2 महीने,सिया और अर्जन के बीच अभी भी बहस होती थी।  महल के प्रांगण में हलचल थी। आज “जयगढ़ रंगोत्सव” था — जिसमें महल के सदस्य रंगोली बनाते थे, मिठाइयाँ तैयार होती थीं और मेहमानों का स्वागत होता था।     सिया सफेद अनारकली में सीढ़ियों से उतरी तो महल की सादगी में जैसे चाँद उतर आया हो।   उसके लंबे, खुले बाल लहरों की तरह बह रहे थे।