---️ एपिसोड 1: पहली बूँद> कभी-कभी एक अनजानी सी टक्कर, एक किताब की गिरी हुई आवाज… और एक नम मौसम, हमारी ज़िंदगी का रुख बदल देता है।अध्याय 1: बुकस्टोर के कोने मेंदिल्ली की गलियाँ उस दिन गीली थीं... लेकिन उसकी आँखों के कोने में कुछ सूखा हुआ पड़ा था। जान्हवी उन गिनी-चुनी लड़कियों में थी जो बारिश को सिर्फ भीगने के लिए नहीं, महसूस करने के लिए पसंद करती थीं। उसके लिए हर बूँद एक कविता थी — अधूरी, लेकिन दिल से लिखी हुई।वो लाजपत नगर के एक पुराने बुकस्टोर में दाखिल हुई, जिसे 'Sagar Books & Co.' कहा जाता था। ये