UPSC - अंतिम परीक्षा, अंतिम क़सम("कुछ इम्तेहान तुम्हारे दिमाग़ नहीं, तुम्हारे दिल की सच्चाई को परखते हैं... और ये वही इम्तहान था।")अब वक्त आ गया है था उस अंतिम मोड़ का जहाँ मोहब्बत, मेहनत और मंजिल... तीनों एक साथ खड़े थे, और बस एक दरवाज़ा था- UPSC का इंटरव्यू, जिसके पार सिर्फ पद नहीं, एक साथ ज़िंदगी जीने की इजाजत भी छुपी है।प्रीलिम्स और मेंस एक संघर्ष की जीतदोनों ने दिन-रात की मेहनत के बाद UPSC Prelims और Mains पास कर लिए थे। अब सिर्फ इंटरव्यू बचा था। दिल्ली का दरियागंज, राजेंद्र नगर, और किताबों के बोझ के साथ अब