अब तक अपने पढ़ा , कुछ बाते फिर से उसके कानो में सुनाई दे रही थी। "कितने खूबसूरत पल हमने इस बारिश मै बिताए है न "। फिर वो अपने मान मै आए ख्यालों को झटकते हुए , सामने चांद को देखते हुए हल्का मुस्कुराई । फिर वाइन के एक शिप को अपने होठों से लगते हुए बोली । " तेरे प्यार ने सरेआम बदनाम कर दिया मुझे, शराब का गुलाम कर दिया मुझे "।।अब आगे , सुबह का वक्त था…एक अजीब से ख़ामोशी थी । नूर जो गहरी नींद मै सो रही थी । अचानक उसकी आँखें खुलती है । जैसे किसी