बारिश की वो शाम बीत चुकी थी, लेकिन उसकी छाप आरव और सना के दिलों पर हमेशा के लिए रह गई। अब दोनों के रिश्ते में एक नया रंग था – इकरार का। मगर इकरार के बाद सबसे ज़रूरी होता है – निभाना।अगले दिन सुबह-सुबह सना का पहला मैसेज आया —"आज शाम फ्री हो? कॉफी पीने चलें?"आरव ने बहुत देर तक स्क्रीन देखा, फिर टाइप किया —"हां, लेकिन सिर्फ कॉफी नहीं… तुम्हारी आंखों से बातें भी करनी हैं।"सना ने "" भेजा और बात तय हो गई — शाम 5 बजे, कॉलेज के पास वाली पुरानी कॉफी शॉप।--- कॉफी शॉप की