अदिति के हाथ में है सबकी किस्मत.....अब आगे.............अघोरी बाबा के भभूत डालने से उबांक तड़प उठता है और फिर एक बार कर्कश आवाज में अघोरी बाबा को गुस्से में घूरते हुए चिल्लाने लगता है......" अघोरी तू मरेगा....दानव राज...."उसकी आवाज सुनकर सब डर रहे थे लेकिन अदिति गुस्से और नफ़रत से उसे देखती हुई कहती हैं...." मरना तो तुम दोनों को होगा....जो तुम दोनों ने किया है उसके लिए तो तुझे ऐसे ही तड़पना है और तक्ष भी ऐसे ही तड़पकर मरेगा...."उबांक उसे देखकर एक शैतानी हंसी हंसते हुए कहता है...." कौन तड़पेगा वो जल्द ही पता चल जाएगा....दानव राज इतने