आदित्य बेसुध हो चुका है...अब आगे..........आदित्य तक्ष को देखकर हैरान रह जाता है उसे देखकर वो भूल गया कि वो अदिति से बात कर रहा है..... दूसरी तरफ से अदिति भाई भाई कर रही थी जिससे आदित्य तुरंत नार्मल होकर अदिति से कहता है...." अदि.... मैं बस पहुंचता हूं अभी..."आदित्य अदिति की बात सुने बिना काॅल कट कर देता है और तक्ष को देखकर कहता है...." तुम यहां...?.."तक्ष उसे देखकर समझ चुका था शायद अब ये मेरी सच्चाई को जानता है क्योंकि वशीकरण लाकेट टूटने के बाद अदिति ने इसे सबकुछ बता दिया होगा...." फिर भी अनजान बनते हुए जानने