अनजानी कहानी - 4

  • 339
  • 153

Priya house:पूर्वी गोदावरी (काकीनाडा) ज़िले में वरिष्ठ कलेक्टर के पद पर कार्यरत प्रिया की माँ और अर्जुन की बुआ सुभद्रा देवी के घर में आज चारों ओर शादी की रौनक छाई हुई थी। पूरा घर आम के तोरणों, फूलों और रोशनी से सजा हुआ था। रिश्तेदारों का आना-जाना, बच्चों की हँसी, ढोल-नगाड़ों की आवाज़, और घर के हर कोने से आती खुशियों की गूंज...पंडित जी जल्दी में घर के अंदर घुसे और तोरण लगाने वाले काम वालों को निर्देश देने लगे। फिर वो सुभद्रा देवी के पास जाकर बोले,"मैडम, समय हो रहा है, दुल्हन तैयार है न?"सुभद्रा देवी मुस्कुराते हुए