वो मोहब्बत नहीं थी... वो जुनून था। नूर ताविश को किसी भी कीमत पर पाना चाहती थी — फिर चाहे उसकी मर्ज़ी के बिना शादी क्यों न करनी पड़े। पर क्या जबरन हासिल किया गया प्यार, कभी चैन दे सकता है? ताविश की ज़िंदगी में हमेशा दर्द था — और अब नूर भी उसी रास्ते पर चल पड़ी थी। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती… क्योंकि अब कहानी में आता है विहान — एक ऐसा शख़्स जो नूर को पाने के लिए पूरी दुनिया जला कर सकता है। जब जुनून टकराएंगे, सच सामने आएंगे, और दिल बिखरेंगे, तब कोई मासूम नहीं बचेगा। और प्यार… अब वो पवित्र अहसास नहीं रहेगा — बल्कि एक खेल बन जाएगा, जिसमें हर कोई हार रहा होगा।