कहानी शीर्षक: "खुदा का वास्ता था उसमें"(एक अधूरी उम्र की मुकम्मल मोहब्बत)लेखिका: InkImaginationप्रस्तावना"मोहब्बत का कोई वक्त नहीं होता, बस दिल लग जाता है...और कुछ लोग ऐसे मिलते हैं, जैसे रब ने खुद भेजा हो किसी एक इंसान की दुआ पूरी करने।"यह कहानी लखनऊ की पुरानी गलियों में शुरू होती है, जहाँ 17 साल की अनाया और 28 साल के शेज़ान खान के बीच एक बेमिसाल मोहब्बत पनपती है। यह एक ऐसी प्रेम कहानी है, जो उम्र, समाज, और परिवार की दीवारों को तोड़ती है, और दिल की गहराइयों से निकलती है। रोमांस, भावनाएँ, और आत्मीयता से भरी यह कहानी