झगडे, अवनी और वो एक झप्पी("मोहब्बत अगर सिर्फ मुस्कुराहटों में हो, तो कमजोर होती है-उसमें कभी-कभी तकरार भी जरूरी है, ताकि पता चले कि रिश्ता कितना मजबूत है।")एक छोटा-सा झगडा जो दोनों को बड़ा लगने लगाउन दिनों पढ़ाई का दबाव भी बढ़ रहा था Prelims पास हो चुके थे, अब Mains की तैयारी की दौड़ शुरु थी। एक शाम दानिश ने आरजू को फोन कियाःदानिश - "तुम आज लाइब्रेरी क्यों नहीं आई?"आरजू - "बस... मन नहीं था। सर में दर्द था।"दानिश - "कल भी नहीं आई थी। और... तुम्हारे नोट्स भी अधूरे हैं।"आरजू - "मतलब? अब हर दिन तुम्हें जवाब