एपिसोड चार. राख में छिपी आवाजेंमहल की लाइब्रेरी अब सिर्फ राख थी।किताबें, इतिहास, और उस नॉवेल की असल कहानी — सब जल चुका था।पर एरिना( आलीजा) वहीं बैठी थी — एक कोना पकडकर, जैसे कुछ तलाश रही हो। मेरी कहानी... ये सब क्यों हो रहा है?एक राख का टुकडा उसके हाथ में पडा — उस पर कुछ जला हुआ सा लिखा था:सिर्फ वो जो खलनायिका लगती है, असल में असली कहानी की कडी होती है...”वो सिहर गई।दो. सपना. या संकेत?उस रात एरिना को एक सपना आया।वो एक अंधे कमरे में थी, सामने एक शीशा था। उसमें एरिना नहीं, आलीजा दिख