तेरे मेरे दरमियाँ – एपिसोड 7“अतीत जब दरवाज़ा खटखटाता है…”---रिश्तों की शुरुआत हमेशा आसान होती है,लेकिन उन्हें संभालना... एक इम्तिहान होता है।आरव और संजना के बीच कुछ ऐसा ही चल रहा था।जयपुर से लौटने के बाद से उन्होंने साथ बिताए हर पल में सुकून महसूस किया था।लेकिन अब, कॉलेज के कॉरिडोर में एक अनजान चेहरा सामने आया था— टान्या।एक ऐसा चेहरा जिसने बीते रिश्तों की राख में फिर से चिंगारी सुलगा दी थी।---️ सीन: कॉलेज लॉन – शाम 5:00संजना अकेली बेंच पर बैठी थी। हवा तेज़ थी, बादल उमड़ रहे थे, और दिल में हलचल थी।टान्या की वो बात