शाम का वक्त…वैभव हॉस्पिटल से निकल ही आकर सीधे अपनी कार में बैठ गया। वो अपने हाथ में पकड़े फाइल को देखे जा रहा था। उसके हाथ में वैशाली की मेडिकल रिपोर्ट थी। जिसपर उसका नाम भी लिखा था। अभी अभी डॉक्टर ने उसे जो कुछ भी बताया उसे जानने के बाद वैभव बिल्कुल खामोश हो गया था। उसके चेहरे पर परेशानी और चिन्ता साफ दिख रही थी।“ ये… ये सब कैसे हो सकता है। वो भी इस वक्त… मैं कैसे मैनेज करूंगा ये सब, वैशू! पता नहीं वो इस बात को जानकर कैसे रिएक्ट करेंगी। “ वैभव एक बार परेशानी में