उपन्यास: प्रेत नगरअध्याय 1: झोपड़ी का रहस्यराजस्थान के थार रेगिस्तान की तलहटी में बसा था एक गांव—राजपुरा। चारों तरफ़ फैली रेतीली ज़मीन, बीच-बीच में कांटेदार झाड़ियां, और दूर कहीं-कहीं पीपल के पुराने पेड़। गांव की आबादी केवल दस घरों तक सीमित थी। लेकिन हर घर में अपनी अलग कहानी थी—कुछ संघर्ष की, कुछ आस्था की, और कुछ अजीब डर की।इन सबके बीच, गांव के केंद्र में थी एक काली झोपड़ी।वो झोपड़ी ऐसी थी मानो ज़मीन से नहीं, अंधेरे से उगी हो। उसकी दीवारें मिट्टी की थीं, लेकिन उन पर कोई लताएं नहीं चढ़ती थीं। उसकी छत बांस और पुआल की