चंद्रवंशी - अध्याय 8 - अंक 8.1

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धूमधाम से निकले राजकुमार की बारात में शामिल लोगों के साथ गाँव के दूसरे लोग भी जुड़ गए। यह देखकर सुर्यांश ने उन्हें रोका और बोला, “तुम कौन हो और हमारे साथ क्यों आना चाहते हो?”उसकी बात सुनकर एक घोड़े पर सवार व्यक्ति आगे आया और बोला, “मैं भोलो महाराज।”“कौन, वो जो युद्ध से भाग निकला था वही भोलो?” सुर्यांश बोला।भोलो सिर झुकाकर खड़ा रहा। उसके साथ आए लोगों में बातें उड़ने लगीं, “वो तो कहता था घायल हुआ था। आज सच्चाई पता चली कि वो तो भाग निकला था।” लोग बातें करते और हँसते।सुर्यांश फिर बोला, “अब तुझे क्या