Chapter 13: दिल की डोर मुंबई की वो सुबह कुछ ख़ास थी। आसमान में हल्के बादल थे, और हवा में ताज़गी का एहसास था — जैसे ज़िंदगी कुछ अच्छा कहने वाली हो। पर आरव के लिए यह सुबह और भी ख़ास थी, क्योंकि आज वो काव्या को एक सरप्राइज़ देने वाला था, जो शायद दोनों के रिश्ते को एक नया नाम दे सकता था। आरव और काव्या की जर्नी अब तक आसान नहीं थी। ट्रोल्स, झूठे आरोप, इंडस्ट्री की राजनीति — सब कुछ झेलने के बाद भी, दोनों एक-दूसरे की हिम्मत बनकर खड़े थे। लेकिन अब वक़्त था एक