ब्रह्मराक्षस

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"रात के ठीक 12 बजे, गाँव की सीमा पर स्थित वटवृक्ष के नीचे एक बूढ़ा आदमी अकेले बड़बड़ा रहा था – 'कह दिया था, वहाँ मत जाना… पर किसी ने सुना नहीं… अब वो जाग चुका है।'"राजस्थान के सीमांत इलाके में बसा था एक छोटा-सा गाँव — बैरागढ़। सूखा, वीरान और धूलभरी हवाओं से घिरा हुआ। इस गाँव के ठीक बाहर, एक प्राचीन वटवृक्ष खड़ा था, जो इतना विशाल और डरावना था कि दिन में भी वहाँ सन्नाटा पसरा रहता।लोग कहते थे, उस वटवृक्ष की जड़ें किसी इंसानी क़ब्र को जकड़े हुए हैं और रात को वहाँ से किसी के