एक दिन जब कॉलेज की क्लास खत्म हुई,और सारे विद्यार्थी अपने-अपने रास्ते निकलने लगे,तो राधिका और प्रकाश भी कॉलेज के गेट के पास मिले।राधिका ने आज कुछ अलग अंदाज़ में बात की।थोड़ी सी शरारत,थोड़ी सी शिकायत,और थोड़ी सी मासूमियत उसकी आँखों में थी।वो बोली —"प्रकाश, एक बात कहूँ?"प्रकाश ने मुस्कराते हुए कहा —"हाँ-हाँ कहो महारानी, आज कौन सा हुक्म चलने वाला है?"राधिका ने हल्की सी भौंहे चढ़ाकर कहा —"हुक्म नहीं है... शिक़ायत है!"प्रकाश थोड़ा हैरान हुआ —"शिक़ायत? वो भी तुमसे? अब क्या कर दिया मैंने?"राधिका ने नज़रे नीचे करते हुए कहा —"तुम कभी मुझे अपने घर क्यों नहीं ले जाते?क्या