उस पार भी तू - 5

वो सफेद सलवार-कमीज़ पहने, तेज़-तेज़ कदमों से चलते हुए कॉलेज के मुख्य भवन की ओर बढ़ रही थी। उसकी चाल में गुस्सा था — लेकिन वो गुस्सा भी जैसे किसी नन्हीं बच्ची की तरह मासूम था, जो खिलौना छिन जाने पर तुनक जाए।उसका नाम था राधिका।एक छोटी-सी मुस्कान, बड़ी-बड़ी आँखें जिनमें ग़ुस्से की लपटें कम और बचपन की जिद ज्यादा झलकती थीं। उसकी आँखों में काजल हल्का-सा फैला हुआ था — शायद भागते वक़्त लगा लिया गया होगा।उसके लंबे, काले बाल हवा में यूँ लहरा रहे थे जैसे कोई छेड़खानी कर रहा हो उनसे। माथे पर झुकी कुछ लटें बार-बार