खट-खटिया मेलकहानी/शरोवन अचानक से, अपने पास ही बगल में किसी मोटर सायकिल के रुकने और तारकोल की काली सड़क पर ब्रेक लगने की आवाज़ सुनाई दी तो पीठ पर स्कूल बैग लटकाए हुए, पैदल चलते हुए चंद्रेश के कदम अपने ही स्थान पर ठिठक गये. उसने घबराते हुए, मोटर सायकिल वाले को देखा तो उसका सहपाठी रूद्रनाथ उसकी तरफ अचरज से देखता हुआ मुस्करा रहा था. चंद्रेश कुछ कहता, इससे पहले ही, रुद्रनाथ उससे बोला कि,'अरे ! क्या हुआ? आज पैदल ही कॉलेज?''मैं तो रोज़ ही पैदल जाता हूँ.' चंद्रेश बोला.'तेरा घर तो करीब चार किलोमीटर तक दूर होगा. इतनी