एपिसोड 1 — दीवारों पर पहली नज़र भाग 1: रंगों की शुरुआतजयपुर का बस स्टॉप शाम को और भी गुलाबी लगता है। हवा में गुलाब जल की महक है, और सामने की दीवार पर जान्हवी पेंट कर रही है — एक अधूरा मोर जिसकी आँखों में उदासी है। जान्हवी कोई आम कलाकार नहीं, वह लोक-कला की छात्रा है जो दीवारों से बातें करती है। उसकी ब्रश की हर चाल मानो उसके दिल के अंधेरे को थोड़ी रोशनी देती है। उसने उस दीवार को नाम दिया है: “रुकावट की दीवार” — क्योंकि यहीं आकर वो अपने अंदर की रुकी हुई बातें रंगों में