जुलाई की पहली बारिश ️ जैसे कोई राज़ बनकर गिरी थी अरावली हिल्स की शांत गलियों में। ये कोई मशहूर शहर नहीं था — ना बड़ी इमारतें , ना तेज़ ट्रेनें , ना ही कोई शाही कैफे । मगर यहां की हवा में कुछ तो था… जैसे हर ईंट, हर पेड़ कुछ जानता था — पर बताना नहीं चाहता था ।अनन्या रॉय, 21 साल की पत्रकारिता की छात्रा , अपने कॉलेज हॉस्टल से समर ब्रेक पर घर लौटी थी । बचपन से यहीं पली-बढ़ी थी, फिर भी हर बार लौटने पर कुछ अजीब सा एहसास होता… जैसे कुछ बदल गया