"मैडम सौम्य..? "मैडम सौम्य.. उठिए...? "Wakeup Madam! it's already afternoon.एक बड़े से आलीशान कमरे के आलीशान किंग साइज़ बेड पर सो रही सौम्य को उठाने केलिए उसकी केयर टेकर मीरा उसे आवाज़ें लगा रही थी। अभी दोपहर के 2 बज रहे थे और सौम्य अब तक सो रही थी। "Wakeup Madam! "उठ जाएं! सर जा चुके हैं। खिड़की के पर्दे हटाते हुए वो ये उसे बताती है जिसे सुनते के साथ सौम्य की आंख खुल जाती है। सफ़ेद मखमली साटन कि चादर में लिपटी हुई वो अंगड़ाई लेते हुए बिस्तर पर मचलती हुई कहती है।—"ओह! मीरा..! मेरा पूरा बदन टूट कर चूर हो रहा