छत का रहस्य

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---भाग 1: गुलाबपुर और पुरानी हवेलीगुलाबपुर गाँव शांत, सुंदर और हरियाली से भरा हुआ था। लोग सरल जीवन जीते थे, और हर शाम चौपाल पर बैठकर चाय पीते-पीते किस्से सुनाते। लेकिन इन कहानियों में एक नाम सबसे ज़्यादा दोहराया जाता — “मिश्रा हवेली।”ये हवेली गाँव के उत्तर छोर पर एक पुरानी पीपल की पेड़ के पास खंडहर जैसी खड़ी थी। लोग कहते थे, "उस हवेली की छत पर कोई हर रात चलता है... लेकिन अंदर कोई नहीं रहता।" बच्चे उस ओर झाँकने से डरते थे, और बुज़ुर्ग भी कानाफूसी में ही उसके बारे में बात करते।---भाग 2: आरव की जिज्ञासाआरव,