तुमसे पहले तुमसे बाद - 2

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--- अध्याय 2: ख़्वाबों में तेरा नाम---1. सर्द हवाओं में दिल की दस्तकलखनऊ की शामें वाकई कुछ अलग होती हैं।धूप धीरे-धीरे शहर के बुज़ुर्ग मकानों की छतों पर उतरती, फिर सायों में घुल जाती। हवा में समोसे की खुशबू, हँसी के टुकड़े, और कॉलेज की घंटी की अनसुनी आवाज़ हर तरफ तैर रही थी।ज़ारिन एक कोने में बैठी अपनी डायरी में कुछ लिख रही थी। उसके पन्नों पर सिर्फ अल्फाज़ नहीं थे — उसकी धड़कनें थीं। उसके दिल की धड़कनें अब एक नाम पर अटक जाती थीं — आरिज़।> “नीलो, क्या कभी तुमने किसी की आँखों में बसी ख़ामोशी से