Part 11 – “रक्त की पुकार” में — जहाँ नायक अर्णव को पहली बार अपने रक्त की आवाज़ सुनाई देती है। यह भाग रहस्य, भावना, और मानसिक युद्ध से भरा होगा।Super Hero Series – Part 12: रक्तपथ की शुरुआतगुफा के अंदर रात उतर चुकी थी। दीवारों पर जलती हुई मशालें अजीब सी परछाइयाँ बना रही थीं। अर्णव अब तक शांत बैठा था — ना आँखें झपक रही थीं, ना साँसें तेज थीं।लेकिन उसके अंदर एक युद्ध चल रहा था।उसने धीरे से अपनी हथेली खोली — वहाँ एक त्रिशक्ति-मंत्र की जलती हुई लिपि चमक रही थी। वो मंत्र जो त्रैत्य को