एपिसोड 4 – “तकरार की शुरुआत या साथ की सरगम?”---️ [सीन 1: कॉलेज का प्रांगण – दोपहर 12:45]हल्की बारिश थम चुकी थी, लेकिन मौसम में अब भी नमी थी। कॉलेज की इमारतें बारिश के बाद कुछ और चमक रही थीं। आसमान में बादल थे लेकिन बीच-बीच में धूप झांक जाती।संजना अपनी क्लास से बाहर निकली, हाथ में नोट्स और माथे पर उलझन। कैमरा क्लोजअप:उसके चेहरे पर तनाव साफ़ दिख रहा था।प्रोफेसर की आवाज़ फ्लैशबैक में गूंजती है:“संजना और आरव, तुम दोनों मिलकर डिबेट सेमिनार का इंट्रोडक्शन तैयार करोगे। मैं उम्मीद करता हूं कि ये सेशन सबसे प्रभावशाली होगा।” संजना