भाग 3: अतीत की दस्तकरात के सन्नाटे में हवेली की दीवारें भी जैसे Lia की बेचैनी को महसूस कर रही थीं। उसके दिल में अब सिर्फ डर नहीं था — अब वहाँ था सवालों का तूफ़ान, और जवाबों की तलाश।---️ वो सपना... जो सपना नहीं थालिआ बिस्तर पर लेटी थी, लेकिन नींद उससे कोसों दूर थी। खिड़की के बाहर से आती सर्द हवा कमरे में अजीब सी गंध फैला रही थी — जैसे पुराने कागज़, सूखी लकड़ी और… खून की हल्की परछाई।तभी उसकी आँखें धीरे-धीरे बंद होने लगीं… और एक बार फिर वो उसी जगह पहुँच गई — वही