इश्क और अश्क - 56

सीन: वर्धांन और गरुड़ शोभितवर्धांन गरुड़ लोक पहुंचता है।गरुड़ शोभित अपने दरबार में किसी काम में व्यस्त हैं,तो वर्धांन वहीं इंतज़ार करने लगता है।काम खत्म होते ही, वह उन्हें उनके कक्ष में ले जाता है और गुस्से में बोल पड़ता है:वर्धांन (गुस्से में):"पिता जी... आप ऐसा कैसे कर सकते हैं?"गरुड़ शोभित (हैरान होकर):"क्या हुआ? तुम इतने क्रोधित क्यों हो?"वर्धांन:"आप ही तो बचपन से बताते आए हैं कि हम एक संधि से बंधे हैं..."गरुड़ शोभित:"कौन सी संधि? तुम बोल क्या रहे हो?"वर्धांन (आवेश में):"मेरी बेहोशी की हालत में आपने बीजापुर पर हमला किया?! आप ऐसा कैसे कर सकते हैं?"गरुड़ शोभित (हैरानी